घृत कमल

घृत कमल पूजा , कमलेश्वर महादेव मंदिर , श्रीनगर गढ़वाल 🙏🙏
क्या महात्म्य है घृत कमल पूजा का
आदि काल से चली आ रही घृत कमल पुजा आज  रात्रि 8बजे 28 जनवरी माघ शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि दिन शनिवार को होगी है पौराणिक कथा के अनुसार तारकासुर नामक राक्षस ने ब्रह्मा जी से यहां वरदान मांगा कि उसकी मृत्यु न हो ब्रहमा जी ने कहा ऐसा तो संभव नहीं है कुछ और वरदान मांगो तो तारकासुर ने यहा बुद्धि लगाई की मैं शिव के पुत्र से ही मरूं क्योंकि उसे पता था कि माता पार्वती के सती हो जाने पर शिवजी दूसरा विवाह करेंगे नहीं और उनके कोई पुत्र होगा नही तो  मै कभी मरूंगा नहीं तो ब्रह्मा जी ने उसको यहा वरदान दे दिया वरदान प्राप्त करने के बाद तारकासुर ने समस्त ब्रह्माण्ड में  देवताओं को परेशान करना शुरू कर दिया समस्त देवताओं ने भगवती की शरण ली माता ने कहा वहा हिमालय पुत्री के रूप में जन्म लेंगी अब सभी देवताओं ने शिव जी को ध्यान से जगाने के लिए कामदेव को भेजा जब कामदेव ने शिवजी की तपस्या में विघ्न पैदा किया तो शिवजी ने कामदेव को भस्म कर दिया उसकी पत्नि रति शिवजी के समक्ष रोने लगी और कहा सभी देवताओं के आग्रह पर आपकी तपस्या में विघ्न डालने के लिए मेरे पति को बोला इसमें मेरे पति का कोई दोष नहीं है शिवजी का क्रोध शांत हुआ तो उन्होंने द्वापर युग में कामदेव को अनिरुद्ध के रूप में जन्म लेने का वरदान दिया अब शिवजी कमलेश्वर महादेव लिंग में समाहित हो गये सभी देवताओं ने कमलेश्वर महादेव जी मे शिवजी को विवाह हेतु मनाने के लिए पुजा करी जिस प्रकार एक तपस्या में रत साधक को विवाह हेतु मनाने के लिए एक विवाह का माहौल बनाया जाता है वहि माहौल बनाया गया यहां पूजा देवताओं ने करी जिसमे 3सांग पांग 18आवरण पुजा एवं घृत से शिव लिंग को ढकना उनकी कामास्क्त भावना को जागृत करने के लिए एवं ब्यावन व्यंजनो का भोग लगाया जाता है पंचमुखी आरती कि जाती है कालांतर में यहां पुजा कमलेश्वर महादेव जी के श्री महंत पर आ गई ओर पौराणिक प्रथा का निर्वहन करते हुए महंत जी तारकासुर रुपी समाज की बुराईयों के शमन एवं जगत कल्याण हेतु दिगम्बर अवस्था में लोट परिक्रमा करते हैं इस वर्ष यहां पुजा 28 जनवरी रात्रि 8 00 बजे को होनी निश्चित हुई है आप भी अपने परिवार की सुख समृद्धि के लिए इस पुजा में सम्मिलित होकर पुण्य के भागी बनें सभी पर भगवान श्री कमलेश्वर महादेव जी की कृपा बनी रहे 
श्री कमलेश्वर महादेव मंदिर श्रीनगर पौडी गढ़वाल उत्तराखंड

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